जब कोई रिश्ता अचानक छूट जाता है, ज़िंदगी का हर हसीन लम्हा जैसे रूठ जाता है, चाहे उसके प्यार में वफ़ा की जगह ना हो, फ़िर भी ये नाज़ुक सा दिल पल में टूट जाता है, चाहत हो जाए किसी की नाक़ाम, ख़ुशी का हर पल हाथों से फ़िसल जाता है, फ़िर किसी से दिल लगाने का ख़्वाब, इन आँखों से भी निकल जाता है, चाहे कितनी भी नफ़रत हो उसके लिए, उसे देख ये दिल पिघल जाता है, गर हो जाए तुम्हारी चाहत की सबको ख़बर, तुम्हें चाहने वाला हर दिल बदल जाता है