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मार्च, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हसरतों की निगाहों पे सख्त पहरा है

हसरतों की निगाहों पे सख्त पहरा है ना जाने किस उम्मीद पे दिल ठहरा है तेरी चाहत की कसम ऐ दोस्त अपनी दोस्ती का रिश्ता प्यास से भी गहरा है

कुछ दोस्त पल भर में भुला दिये जाते हैं

कुछ दोस्त पल भर में भुला दिये जाते हैं कुछ दोस्त पल पल याद आते हैं हम आपसे यही पूछना चाहते हैं कि दोस्ती की इस कतार में हम कहां आते हैं

आज की रात बहुत खूबसूरत नजर आती है

आज की रात बहुत खूबसूरत नजर आती है दूर हो इतनी मगर करीब नजर आती हो देख कर खुद को तुम खुद से शर्मा जाओ ऐसी तुम चांद की चांदनी नजर आती हो…

फूल खिल कर उदास है

फूल खिल कर उदास है सागर को आज पानी की प्यास है एक बार आप भी मुस्कुरा दो, क्योंकि खुदा को दुनिया की सबसे अच्छी हसीं की तलाश है….

तुम दोस्त हो मेरे सदा के लिये

तुम दोस्त हो मेरे सदा के लिये ,मैं जिंदा हूं तुम्हारी वफा के लिये कर लेना लाखों शिकवे मुझसे मगर ना होना खफा खुदा के लिये……

आंखें आपकी हों पर आंसू मेरे जिंदगी आपकी हो पर सांसें मेरी

आंखें आपकी हों पर आंसू मेरे जिंदगी आपकी हो पर सांसें मेरी दिल आपका हो पर धड़कन मेरी जिंदगी के आखिरी मोड़ तक दुआ होगी यही कफन आपका हो और मौत मेरी…..

आज कुछ कमी है तेरे बगैर ना रंग है ना रोशनी है तेरे बगैर

आज कुछ कमी है तेरे बगैर ना रंग है ना रोशनी है तेरे बगैर वक्त अपनी रफ्तार से चल रहा है बस धड़कन सी थमी है तेरे बगैर। दूरी हो तो एहसास होता है दोस्त के बिना जीवन कितना उदास होता है उम्र हो आपकी सितारों जितनी लंबी ऐसा दोस्त कहां किसी के पास होता है……

वो हमको पत्थर और खुद को

वो हमको पत्थर और खुद को फूल कह कर मुस्कुराया करते हैं उन्हें क्या पता कि पत्थर तो पत्थर ही रहते हैं फूल ही मुरझा जाया करते हैं।

इतना बिजी भी ना रहा करो

इतना बिजी भी ना रहा करो कभी हमें भी याद कर लिया करो शेरो शायरी ना आती हो ना सही आये हुए एस एम एस ही फारवर्ड कर दिया करो

उसकी आंखों में वफा देखी थी

उसकी आंखों में वफा देखी थी महकती फूलों कि अदा देखी थी ये ना सोचा था वो बेवफा होगा उसमें तो चाहत की इंतहा देखी थी।

ऐसा नहीं कि आप याद आते नहीं

ऐसा नहीं कि आप याद आते नहीं खता सिर्फ इतनी है कि हम बताते नहीं रिश्ता आपका अनमोल है हमारे लिये समझते हो आप इसलिये हम जताते नहीं।

तू कहीं भी रहे सर पर तेरे इलजाम तो है

तू कहीं भी रहे सर पर तेरे इलजाम तो है तेरे होंठों की लकीरों पे मेरा नाम तो है मुझको अपना बना या ना बना तू मेरे नाम से बदनाम तो है।

हर सुबह को अपनी सांसों में रखो

हर सुबह को अपनी सांसों में रखो हर शाम को अपनी बाहों में रखो हर जीत आपकी है बस अपनी मंजिल को अपनी निगाहों में रखो।

पानी से तसवीर कहां बनती है

पानी से तसवीर कहां बनती है ख्वाबों से तकदीर कहां बनती है किसी से दोस्ती करो तो सच्चे दिल से क्य़ॊंकि यह जिंदगी फिर कहां मिलती है …!!!

दोस्तों में जब दरार बढ़ जाती है

दोस्तों में जब दरार बढ़ जाती है तड़पने के लिये सिर्फ याद रह जाती है क्या फर्क पड़ता है कागज हो या कोयला जलने के बाद सिर्फ याद रह जाती है।

हमारी खामोशी हमारी आहट है

हमारी खामोशी हमारी आहट है हमारी आंखें हमारी चाहत हैं हमारी जिंदगी अगर खूबसूरत है तो उसकी वजह बस आपकी मुस्कुराहट है।

काश कोई हम पर प्यार जताता

काश कोई हम पर प्यार जताता हमारी आंखों को अपने होंठों से छुपाता हम जब पूछते कौन हो तुम मुस्कुरा कर वो अपने आप को हमारी जान बताता।

नसीब से फरियाद तो कर सकते हैं

नसीब से फरियाद तो कर सकते हैं वीरानों को आबाद तो कर सकते हैं क्या हुआ आप से मिल नहीं सकते एस एम एस भेज कर आप को याद तो कर सकते हैं।

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं।

दिल की किताब कुछ इस तरह बनायी है

दिल की किताब कुछ इस तरह बनायी है हर पन्ने पर आपकी याद समायी है कहीं फट ना जाये एक भी पन्ना इसलिये हर पन्ने पर दोस्ती की लेमिनेशन करायी है

अहसास बहुत होगा जब छोड के जायेगें

“अहसास बहुत होगा जब छोड के जायेगें रायेगें बहुत अगर आसूं नहीं आयेगें जब साथ ना दे कोई तो आवाज हते देना आसमां पर भी होगें तो लोट के आयेगें ”

उन्‍हें ये शिकवा हमसे के

“उन्‍हें ये शिकवा हमसे के हम उन्‍हें याद करते ही नहीं पर कम्‍बख्‍त उन्‍हे ये कौन समझाये की हम उन्‍हें याद कैसे करें जिन्‍हे हम भूलते ही नहीं ”

बिन देखे तेरी तस्‍वीर बना सकते हैं

“बिन देखे तेरी तस्‍वीर बना सकते हैं बिन मिले तेरा हाल बना सकते है हमारे प्‍यार में इतना दम है की तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं ”

ए पलक तु बन्‍द हो जा

“ए पलक तु बन्‍द हो जा, ख्‍बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी इन्‍तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी ”

रिश्‍तों की ये दुनिया है निराली

“रिश्‍तों की ये दुनिया है निराली सब रिश्‍तों से प्‍यारी है दोस्‍ती तुम्‍हारी मंजूर है आंसू भी आखों में हमारे अगर आ जाये मुस्‍कान होठों पे तुम्‍हारी ”

हम दोस्‍ती में हद से गुजर जायेगें

“ हम दोस्‍ती में हद से गुजर जायेगें ये जिन्‍दगी आपके नाम कर जायेगें आप रोया करेगों हमे याद करके आपके दामन में दतना प्‍यार भर जायेगें”

आसुओं के चलनेकी आवाज नहीं होती

“आसुओं के चलनेकी आवाज नहीं होती दिल के टुटने की आहट नहीं होती अगर होता खुदा को हर दर्द का अहसास तो उसे दर्द की आदत ना होती ”

ओस की बूंदे है, आंख में नमी है,

“ओस की बूंदे है, आंख में नमी है, ना उपर आसमां है ना नीचे जमीन है ये कैसा मोड है जिन्‍दगी का जो लोग खास है उन्‍की की कमी हैं ”

हंसी ने लबों पर थ्रिकराना छोड दिया

“हंसी ने लबों पर थ्रिकराना छोड दिया ख्‍बाबों ने सपनों में आना छोड दिया नहीं आती अब तो हिचकीया भी शायद आपने भी याद करना छोड’ दिया ”

सांस लेने से तेरी याद आती है

“सांस लेने से तेरी याद आती है ना लेने से मेरी जान जाती है कैसे कह दू सिर्फ सॉस से मै जिन्‍दा हू कम्‍बक्‍त सांस भी तो तेरी याद के बाद आती है ”

दोस्‍ती से आज प्‍यार शरमाया है

“दोस्‍ती से आज प्‍यार शरमाया है तेरी चाहत ने कुछ ऐसा गजब ढाया है खुदा से क्‍या तुझे मांगे, वो तो आत खुद मुझ से मुझ जैसा मांगने आया है ”

“अपने दिल की सूनी अफवाहों से काम ना ले

“अपने दिल की सूनी अफवाहों से काम ना ले मुझै याद रख बेशक मेरा नाम ना ले तेरा बहम है के मैं भूला दूंगा तुझे मेरी कोई ऐसी सांस नहीं जो तेरा नाम न ले ”

ए दोस्‍त तेरी दोस्‍ती ये नाज करते है

“ए दोस्‍त तेरी दोस्‍ती ये नाज करते है हर बकत मिलने की फरियाद करते है हमें नही पता घरवाले बताते है के हम नीदं में भी आपके बात करते हैं ”

आप पास रहे या दूर

“आप पास रहे या दूर हम दिल से दिल की आवाज मिला सकते है ना खत के, ना टेलिफोन के मौहजात है हम आपके दिल को एक हिचकी से हिला सकते है हम ”

दिल में बसता है दिल ए यार

“दिल में बसता है दिल ए यार जब चाहा सर झुकाया और कर लिया दिदार आखों में है आपके प्‍यार का सरूर आप ही ना जाने हमारा क्‍या कसूर ”

जिन्‍दगी की राहों में बहुत से यार मिलेगें

“जिन्‍दगी की राहों में बहुत से यार मिलेगें हम क्‍या हमसे भी अच्‍छे हजार मिलेगें इन अच्‍छों की भीड में हमे ना भूला देना हम कहॉ आपको बार बार मिलेगें ”

कोई ऐसा दोस्‍त बनाया जावे

“कोई ऐसा दोस्‍त बनाया जावे जिसके आंसू को पलकों में छुपाया जाये रहे उसका मेरा रिश्‍ता कुछ ऐसा कि अगर वो उदास हो तो हमसे भी ना मुस्‍कुराया जावें ”

काश खुशियों की कोई दुकान होती

“काश खुशियों की कोई दुकान होती हमें भी उसकी पहचान होती भर देते आपकी जिन्‍दगी को खुशियों से किमत चाहे उसकी हमारी जान होती ”

बिकता अगर प्‍यार जो कौन नहीं खरीदता

“बिकता अगर प्‍यार जो कौन नहीं खरीदता बिकती अगर खुशियां तो कौन उसे बेचता दर्द अगर बिकता तो हम आपसे खरीद लेते और आपकी खुशियों के लिए हम खुद को बेच देते”

काश खुशियों की कोई दुकान होती

“काश खुशियों की कोई दुकान होती हमें भी उसकी पहचान होती भर देते आपकी जिन्‍दगी को खुशियों से किमत चाहे उसकी हमारी जान होती ”

ऐ मोहब्बत तुझे पाने की

 ऐ मोहब्बत  तुझे पाने की  कोई राह नहीं. . .  तू सिर्फ उसे ही  मिलती है जिसे  तेरी परवाह नहीं. . . .   ये एक कड़वा सच है. . .मोहब्बत करने वालों के लिए. 

दूसरे का दर्द देख लो तो अपना दर्द भूल जाओगे

दूसरे का दर्द देख लो तो  अपना दर्द भूल जाओगे  दुनिया में कौन सुखी है  हर दिल में दर्द ही पाओगे.

बड़ी मुद्दत से चाहा हे तुम्हे बड़ी दुओं से पाया हे तुम्हे

बड़ी मुद्दत से चाहा हे तुम्हे  बड़ी दुओं से पाया हे तुम्हे  तुझे भुलाने का सोचु भी कैसे किस्मत की लकीरों से चुराया हे तुम्हे

(अच्छा दोस्तों- शुभ रात्रि).

रात को चुपके से आता है एक "फरिश्ता",  कुछ खुशियों के सपने लाता है "फरिश्ता". कहता है- सपनों के आगोश में खो जाओ, भूल के सारे गम चुपके से आ जाओ..!!! (अच्छा दोस्तों- शुभ रात्रि).

मेरे दामन को खुशियों का नही म़लाल,,

 मेरे दामन को खुशियों का नही म़लाल,, गम का खज़ाना जो इसको बेशुमार मिला है,, वो बदनसीब हैं जिन्हें महबूब मिल गये,, मैं खुशनसीब हूँ ,मुझे इंतज़ार मिला है।।।।

अरसा बीता ज़िन्दगी बीती सब कुछ बीता लेकिन फिर भी,

 अरसा बीता ज़िन्दगी बीती  सब कुछ बीता लेकिन फिर भी,  जो इश्क में बीती वो इश्क जाने  या वो जाने जिस पर बीती..

अपनों से दूर है अपनों की तलाश ,

अपनों से दूर है अपनों की तलाश , ज़िन्दगी से दूर है ज़िन्दगी की तलाश , मैं अपने आप को कभी समझ नहीं पाया , कि मैं जी रहा हूँ ज़िन्दगी

चल मेरे हमनशीं चल अब इस चमन मे अपना गुजारा नही,

 चल मेरे हमनशीं चल अब इस चमन मे अपना गुजारा नही, बात होती गुलोँ तक तो सह लेते हम  अब तो काँटो पे हक़ भी हमारा नही”

में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना

में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना आता जाता रहे यहाँ इतना समझा देना ! में उसके गम में शरीक हूँ पर मेरा गम न उसे बता देना, जिन्दगी कागज की किश्ती सही, शक में न बहा देना !

अपनो को दूर होते देखा , सपनो को चूर होते देखा

 अपनो को दूर होते देखा , सपनो को चूर होते देखा ! अरे लोग कहते हे फ़िज़ूल कभी रोते नही , हमने फूलोँ को भी तन्हाइयोँ मे रोते देखा!

बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद

बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद, मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद तुझसे मोहब्बत थी मुझे बेइन्तहा लेकिन, अक्सर ये महसूस हुआ तेरे जाने के बाद

देख मेरे प्यार की गहराइयों में;

देख मेरे प्यार की गहराइयों में; सोच मेरे बारे में तन्हाइयों में; अगर हो जाये मेरी चाहत का यकीन; तो पाओगे, मुझे अपनी परछाइयों में!

ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है,

ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है,  तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक है, वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,  हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक है ॥

लिखती हूँ हथेली पे नाम तेरा, लिख के मिटा देती हूँ..

अपने जज्बातqfk को,  नाहक ही सजा देती हूँ… होते ही शाम,  चरागों को बुझा देती हूँ… जब राहत का,  मिलता ना बहाना कोई… लिखती हूँ हथेली पे नाम तेरा,  लिख के मिटा देती हूँ..

मैं बेसबब ही उम्र भर तुझे कोसता रहा

मेरी मोहब्बत मेरे दिल की गफलत थी मैं बेसबब ही उम्र भर तुझे कोसता रहा….. आखिर ये बेवफाई और वफ़ा क्या है तेरे जाने के बाद देर तक सोचता रहा…… मैं इसे किस्मत कहूँ या बदकिस्मती अपनी तुझे पाने के बाद भी तुझे खोजता रहा…. सुना था वो मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं उसे ढूँढने को मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा…

प्यार वो हम को बेपनाह कर गये,

प्यार वो हम को बेपनाह कर गये, फिर ज़िनदगीं में हम को, तन्नहा कर गये,  चाहत थी उनके इश्क में,फ़नाह होने की, पर वो लौट कर आने को,भी मना कर गये..

यादों की किम्मत वो क्या जाने,

यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दि या  करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं…

तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने

तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने , तेरे प्यार का हर क़र्ज़ अदा किया हमने , मत सोच के हम भूल गए है तुझे , आज भी खुदा से पहले    तुझे   याद किया  हमने ,

कुछ तो मजबूरियां रही होंगी

कुछ तो मजबूरियां रही होंगी  यूं कोई बेवफा नही होता,  टटोल कर देखो अपने दिल को  हर फासला बेवजह नहीं होता

पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,

पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,  हम अकेले थे अकेले ही रह जाते हैं,  दिल का दर्द किससे दिखाए,  मरहम लगाने वाले ही ज़ख़्म दे जाते हैं. 

धोखा दिया था जब तूने मुझे. जिंदगी से मैं नाराज था,

धोखा दिया था जब तूने मुझे.  जिंदगी से मैं नाराज था, सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं.  मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था

दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो,

दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो, नफ़रत उन से करो जो भूलना जानते हो, ग़ुस्सा उन से करो जो म ना ना  जा नता हो, प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना  जा नता  हो..

मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था

मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था .. वो इतना हे दूर चला गया जितना वो करीब था .. हम उसको देखने क लिए तरसते रहे … जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था

जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,

जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,  वोह हम ही से बेगाने हो गए, शायद उन्हें तलाश है नए प्यार की,  क्यों की उनकी नज़रों में हम पुराने हो गए ।

कल के बाद नई सुबह आएगी,

दो पल की जिंदगी यूँही बीत जायेगी  कल के बाद नई सुबह आएगी,  अगर किसी की याद सताएगी  तो कसम से आपकी याद सबसे पहले आएगी ।

फिजा में महेकती शाम हो तुम

फिजा में महेकती शाम हो तुम,  प्यार में झलकता जाम हो तुम ,  तुम्हे दिल में छुपाया फीरते है ,  ए दोस्त जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम ।

बनकर जो धड़कन दिल के करीब आते है

बनकर जो धड़कन दिल के करीब आते है ,  एक एक लम्हा जिनकी याद में बिताते है । आंसू निकलते है जब याद वो आते है,  जान चली जाती है जब वो रूठ जाते है ।

काश दिल की आवाज़ मे इतना असर हो जाए,

काश दिल की आवाज़ मे इतना असर हो जाए,  हम आपको याद करे और आपको ख़बर हो जाए,  रब से इतनी है दुआ, हम हो ना हो  आप जो भी चाहे वह बस हकीक़त हो जाए ।

तूफ़ान मे किनारे मिल जाते है

तूफ़ान मे किनारे मिल जाते है ,  ज़िंदगी मे सहारे मिल जाते है,  कोई चीज़ ज़िंदगी से प्यारी नही होती ,  पर कुछ दोस्त ज़िंदगी से भी प्यारे मिल जाते है ।

हर रात दीये से सजा रखी है,

हर रात दीये से सजा रखी है,  हर हवा से शर्त लगा रखी है ,  जाने किस गली से गुज़रे मेरा दोस्त ,  हम ने वो हर गली फूलों से सजा रखी है

रेत की जरूरत रेगिस्तान को होती है

रेत की जरूरत रेगिस्तान को होती है, सितारों की जरूरत आसमान को होती है, आप हमें भूल न जाना, क्योंकी दोस्त की जरूरत हर इंसान को होती है...

क़यामत तक तुझे याद करेंगे

क़यामत तक तुझे याद करेंगे तेरी हर बात पर एतरार करेंगे तुम्हे याद करने को तो नहीं कहेंगे फिर भी तुम्हारे पत्रों का इन्तजार करेंगे

सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जाएगा

सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जाएगा फ़िर मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा अभी साथ है तो बात कर लिया  करो  क्या पता कब साथ छूट जाएगा

प्यार करने वालों की किस्मत ख़राब होती है

प्यार करने वालों की किस्मत ख़राब होती है ,  हर वक्त इन्तहा ही अपनॆ साथ होती है , वक्त मिले तों रिश्तो की किताब देखना , दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है।

अगर आप की दुनिया आस्मान है तों सितारे आपके दोस्त होंगे,

अगर आप की दुनिया आस्मान है तों सितारे आपके दोस्त होंगे, उन सितारों मे हमें न ढूंढ़ना क्यों की  आपकी तमन्ना पुरी करने वाला टूटा सितारा हम होंगे ।

बाँध आंखों में भी सपने सजा देती है

कशिश दिल की हर चीज़ भुला देती है,  बाँध आंखों में भी सपने सजा देती है, qfkसपनो की दुनिया ज़रूर रखना,  क्यों की हकीक़त अक्सर रुला देती है।

दर्द मे कोई मौसम प्यारा नही होता

दर्द मे कोई मौसम प्यारा नही होता।  दिल हो प्यासा तो पानी से गुजरा नही होता,  कोई देखे तो हमारी बेबसी ,  हम सभी के हो जाते है कोई हमारा नही होता । 

हम उठके चले तेरी महफिल से ,

हम उठके चले तेरी महफिल से ,  पीछे से तुने पुकारा नही,  फ़िर ख़ुद ही रुक गए कदम ,  क्यूंकि तेरे बिन मेरा गुजरा नही । 

खुशबू है तो हर दौर को महकायेंगे हम लोग

मिटटी है तो पलभर मे बिखर जायेंगे हम लोग ,  खुशबू है तो हर दौर को महकायेंगे हम लोग , हम रूहे सफर है हमें नामों से ना पहचान ,  कल और किसी नाम से आ जायेंगे हम लोग ।

दिल के रिश्ते का कोई नाम नही होता,

दिल के रिश्ते का कोई नाम नही होता,  माना के इसका कोई अंजाम नही होता, अगर निभाने की चाहत हो दोनों तरफ़ ,  तो तमाम उमर कोई रिश्ता नाकाम नही होता ।

खुशी का हर एक पल हो तुम्हारे लिए,

खुशी का हर एक पल हो तुम्हारे लिए, बहारों का गुलिस्ता हो तुम्हारे लिए , कामयाबी की मंजिल हो तुम्हारे लिए, बस एक पल तुम्हारा हो हमारे लिए ।

जिसे हम कब से भुलाये बैठे थे

जिसे हम कब से भुलाये बैठे थे , वो आज अचानक ही याद आ गये, जिस गम की बारिश ने किया था बरबाद , उसी बारिश के बदल आज फ़िर छा गये ।

तनहा हो कभी तो मुझे ढूंढ लेना

तनहा हो कभी तो मुझे ढूंढ लेना, इस दुनिया से नही अपने दिल से पूछ लेना आप के आस पास ही कहीं रहते है हम , यादों से नही तो साथ गुज़रे लम्हों से पूछ लेना ।

ठुकरा के उसने मुझको कहा की मुस्कराओ

ठुकरा के उसने मुझको कहा की मुस्कराओ , मैंने हस दिया , आख़िर सवाल उसकी खुशी का था । मैंने खोया वो जो मेरा था नही , उसने खोया वो जो सिर्फ़ उसी का था ।

जिसको मैंने दे दी अपनी यह जिंदगी वो सख्स ही मेरा कातिल निकला

जिसको मैंने दे दी अपनी यह जिंदगी वो सख्स ही मेरा कातिल निकला , वफ़ा में न कोई कमी की , इन वफाओं से न कुछ हासिल निकला , हम तो तूफ़ान से डरते रहे लेकिन, जिसने डुबोया मुझे वोह साहिल निकला ।

दूसरी का TIME हो गया और तू अब आ रही है ।

ग़ालिब ने अपनी GIRL FRIEND को Date पे बुलाया, वोह देर से आई , बोली Sorry M Late ! , ग़ालिब बोले : फलक पे सितारों को नींद आ रही है , दूसरी का TIME हो गया और तू अब आ रही है ।

I LOVE YOU कहते रह जाओगे

दिल के जज्बातों को कब तक छुपाओगे , कभी न कभी अपनी जुबां से बताओगे । एक दिन चला जाऊँगा मैं , और मेरी तस्वीर से  I LOVE YOU कहते रह जाओगे ।

जो साथ न छोडे उसे दोस्ती कहते है

जो पल पल चलती रहे उसे जिंदगी कहते है , जो हर पल जलती रहे उसे रौशनी कहते है । जो पल पल खिलती रहे उसे मोहब्बत केहते है , जो साथ न छोडे उसे दोस्ती कहते है ।

मंजिल को पाने की कसक रहने दो

बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो, मंजिल को पाने की कसक रहने दो । आप चाहे रहो नज़रों से दूर , पर मेरी आँखों में अपनी एक झलक रहने दो

दुआ ऐसी करो की खुदा को भी पा सको

ख्वाइश ऐसी रखो की आसमा तक जा सको , दुआ ऐसी करो की खुदा को भी पा सको । यूँ तो जीने के लिए पल बोहत काम है , जियो ऐसे की हर पल मे जिंदगी पा सको ।

जाने कब मिली नज़रों से नज़र

जाने कब मिली नज़रों से नज़र और कैसे वो मेरे दिल मे उतर गए, जाने क्या बात है उन निगाहों में , की बस एक बार देखा और .हमको दीवाना कर गए

उमर बीत गई खुशिया पाने में

हस्तिया मिट गई नाम कमाने में, उमर बीत गई खुशिया पाने में , एक पल में दूर ना हो जाना हमसे , हमें तो सालो लगे है आप जैसा दोस्त पाने में ।

गैरों ने बेवफा नाम दे दिया

अपनों ने ज़हर का जाम दे दिया, गैरों ने बेवफा नाम दे दिया , जो कहते थे हमें भूल न जाना , उन्ही ने भूलने का पैगाम दे दिया ।

अकेला सा महसूस करो जब तन्हाई में

अकेला सा महसूस करो जब तन्हाई में , याद मेरी आए जब जुदाइ में , महसूस कर लेना तुम्हारे ही पास हूँ में , जब चाहे देख लेना मुझे परछाई में

आपको मिस करना रोज़ की बात है

आपको मिस करना रोज़ की बात है , आपको याद करना आदत की बात है , आप से दूर रहना उल्फत की बात है , मगर आप जैसे दोस्त पाना किस्मत की बात है ।

उतरा था चाँद हमारे आंगन में

उतरा था चाँद हमारे आंगन में, पार सितारों को ये गवारा ना हुआ , हम तो सितारों से भी बगावत कर लेते, पार क्या करे चाँद ही हमारा ना हुआ ।

हम न होते तो आप खो गए होते

हम न होते तो आप खो गए होते, अपनी जिंदगी से रुसवा हो गए होते, ये तो आप को याद करने के लिए जिन्दा है , वरना हम कब के मर गए होते ।

हर खुशी है लोगों के दामन में,

हर खुशी है लोगों के दामन में, पर एक हँसी के लिए वक्त नही। दिन रात दौड़ती दुनिया में, जिंदगी के लिए ही वक्त नही। माँ की लोरी का एहसास तो है, पर माँ को माँ कहने का वक्त नही. सारे रिश्तों को तो हम मार चुके, अब उन्हें दफ़नाने का भी वक्त नही. सारे नाम मोबाइल में हैं, पर दोस्ती के लए वक्त नही. गैरों की क्या बात करें, जब अपनों के लिए ही वक्त नही। आंखों में है नींद बड़ी, पर सोने का ही वक्त नही. दिल है गामों से भरा हुआ, पर रोने का भी वक्त नही। पैसों की दौड़ में ऐसे दौडे, की थकने का भी वक्त नही. पराये एहसासों की क्या कदर करें, जब अपने सपनो के लिए ही वक्त नही। तू ही बता ऐ जिंदगी, इस जिंदगी का क्या होगा, की हर पल मरने वालों को, जीने के लिए भी वक्त नही

हमारा हर लम्हा चुरा लिया आप ने

हमारा हर लम्हा चुरा लिया आप ने , आंखों को एक चाँद दिखा दिया आप ने , हमें जिंदगी तो दी किसी और ने , पर प्यार इतना देकर जीना सिखाया आपने ।

बदल कितने खुश नसीब है, दूर

बदल कितने खुश नसीब है, दूर रहकर भी ज़मीन पार बरसते हैं, हम कितने बदनसीब है, पास रहकर भी मिलने को तरसते हैं ।

हमारे मुस्कराने की वजह हो तुम

हमारे मुस्कराने की वजह हो तुम, हमारी जिंदगी का मतलब तुम हो, हमे मिलेगी जब भी खुशी, हम सोचेंगे खुदा से दुआ करने वाले तुम हो ।

दोस्तों की कमी को पहचानते हैं हम

दोस्तों की कमी को पहचानते हैं हम दुनिया के गमो को भी जानते हैं हम आप जैसे दोस्तों का सहारा है तभी तो आज भी हँसकर जीना जानते हैं हम

आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी

आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी कभी पलटोगे जिंदगी के ये पन्ने तब शायद आपकी आंखों से भी बरसातें होंगी

कोई दौलत पर नाज़ करते हैं

कोई दौलत पर नाज़ करते हैं कोई शोहरत पर नाज़ करते हैं जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो वो अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं

हर खुशी दिल के करीब नहीं होती

हर खुशी दिल के करीब नहीं होती ज़िंदगी ग़मों से दूर नहीं होती इस दोस्ती को संभाल कर रखना क्यूंकि दोस्ती हर किसी को नसीब नहीं होती

रेत पर नाम लिखते नहीं

रेत पर नाम लिखते नहीं रेत पर लिखे नाम कभी टिकते नहीं लोग कहते हैं पत्थर दिल हैं हम लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं

दिल से दिल की दूरी नहीं होती

दिल से दिल की दूरी नहीं होती काश कोई मज़बूरी नहीं होती आपसे अभी मिलाने की तमन्ना है लेकिन कहते हैं हर तमन्ना पुरी नहीं होती

फूलों से हसीं मुस्कान हो आपकी

फूलों से हसीं मुस्कान हो आपकी चाँद सितारों से ज्यादा शान हो आपकी ज़िंदगी का सिर्फ़ एक मकसद हो आपका कि आंसमा से ऊँची उड़ान हो आपकी

वक्त के पन्ने पलटकर

वक्त के पन्ने पलटकर फ़िर वो हसीं लम्हे जीने को दिल चाहता है कभी मुशाकराते थे सभी दोस्त मिलकर अब उन्हें साथ देखने को दिल तरस जाता है

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है मगर धरती की बेचैनी को, बस बादल समझता है मैं तुझसे दूर कैसा हूँ , तू मुझसे दूर कैसी है ये तेरा दिल समझता है, या मेरा दिल समझता है

मोहब्बत एक एहसासो की, पावन सी कहानी है

मोहब्बत एक एहसासो की, पावन सी कहानी है कभी कबीरा दीवाना था, कभी मीरा दीवानी है यहाँ सब लोग कहते है, मेरी आँखों में आंसू है जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है

समंदर पीर के अंदर है, लेकिन रो नहीं सकता

समंदर पीर के अंदर है, लेकिन रो नहीं सकता ये आंसू प्यार का मोती है , इसको खो नहीं सकता मेरी चाहत को दुल्हन तू, बना लेना मगर सुनले जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता

भ्रमर कोई कुमुदनी पर, मचल बैठा तो हंगामा

भ्रमर कोई कुमुदनी पर, मचल बैठा तो हंगामा हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा अभी तक डूब कर सुनते थे, सब किस्सा मोहब्बत का हम किस्से को, हकीक़त में, बदल बैठे तो हंगामा

तुम्हारे पास हूँ लेकिन, जो दूरी है समझता हूँ

तुम्हारे पास हूँ लेकिन, जो दूरी है समझता हूँ तुम्हारे बिन मेरी हस्ती , अधूरी है समझता हूँ तुम्हे मै भूल जाऊँगा, ये मुमकिन है नही लेकिन तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ

मैं जब भी तेज चलता हूँ ,नज़ारे छूट जाते हैं

मैं जब भी तेज चलता हूँ  , नज़ारे छूट जाते हैं कोई जब रूप धरता हूँ  ,  तो साँसे टूट जाती है मैं रोता हूँ तो आकार लोग कन्धा थपथपाते हैं मैं हँसता हूँ तो अक्सर लोग मुझसे रूठ जाते हैं

बहुत टुटा बहुत बिखरा, थपेड़े सह नहीं पाया

बहुत टुटा बहुत बिखरा ,  थपेड़े सह नहीं पाया हवाओं के इशारो पर मगर में बह नहीं पाया अधुरा अनसुना ही रह गया ,  ये प्यार का किस्सा कभी में कह नहीं पाया कभी तुम सुन नहीं पाई

ज़िन्दगी इम्तिहान का दूसरा नाम है,

ज़िन्दगी इम्तिहान का दूसरा नाम है, कभी हार कभी जीत इसके दो रंग है, ज़िन्दगी से गीला शिकवा क्या करना, तुझ जैसा दोस्त हर घडी अगर संग है....

उनके आने से ज़िंदगी मे रौनक आ जाए,

उनके आने से ज़िंदगी मे रौनक आ जाए , मेरे उजडे गुलिस्तां मे महक सी छा जाए , कोई उनको बताए , वो हमारे लिये क्या है , उनके बिना क्या जीना , अच्छा है मौत आ जाए....

औरों की तरह जिन्दगी जीने वालों मे से हम नही

औरों की तरह जिन्दगी जीने वालों मे से हम नही , दीवानों की भिड मे गुम होने वालों मे से हम नही , थाम लेगा हाथ जरूर कोई राह चलता मुसाफिर , जहां मे ईस मस्ताने आशिक़ के दीवाने कम नही....

ये दोस्ती चिराग है जलाऐ रखना

ये दोस्ती चिराग है जलाऐ रखना ये दोस्ती खुशबु है महकाऐ रखना , हम रहें हमेशां आपके दिल में , हमेशां इतनी जगह बनाऐ रखना

दोस्तों की कमी को पहचानते है हम,

दोस्तों की कमी को पहचानते है हम , दुनियाँ के गमों को भी जानते है हम , आप जैसे दोस्तों के ही सहारे.. आज भी हँस कर जीना जानते है हम..

जब मैं हसा था, कौन मेरे साथ मुस्कुराया था ?

जब मैं हसा था , कौन मेरे साथ मुस्कुराया था ? कौन है मेरा दोस्त जो तब मेरे पास आया था ? जब मै ग्रमज्रदा था , क्या किसी ने आंसू बहाया था ? या यह है मेरा दोस्त जिसने निशां आसुंओं का मिटाया था , 

मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नही हु मै.

ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नही हु मै , हैरत से ना देख कोई मंज़र नै हु मै , उनकी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नही , मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नही हु मै...

बहार आने से पहले फिजा आ गई,

अर्ज़ किया है … बहार आने से पहले फिजा आ गई , बहार आने से पहले फिजा आ गई , कि बहार आने से पहले फिज़े आ गई , अरे! आगे भी बोलो … और फूल खिलने से पहले ,  बकरी खा गई।

पानी में विस्की मिलाओ तो नशा होता है,

पानी में विस्की मिलाओ तो नशा होता है , पानी में रम मिलाओ तो नशा होता है , पानी में ब्रांडी मिलाओ तो नशा होता है , जरूर साला पानी में ही कुछ गड़बड़ है।

मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी,

मोहब्बत भी तेरी थी , वो नफ़रत भी तेरी थी , वो अपनाने और ठुकरने की अदा भी तेरी थी , मैं अपनी वफ़ा का इंसाफ किस से मांगता ? वो शहर भी तेरा था और वो अदालत भी तेरी थी...

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खुबसूरत है,

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खुबसूरत है , दिल में बसी है जो वो आपकी ही सूरत है , दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी , हमे हर कदम पैर आपकी ज़रूरत है |

जन्नत मैं सब कुछ हैं मगर मौत नहीं हैं

जन्नत मैं सब कुछ हैं मगर मौत नहीं हैं ..  धार्मिक किताबों मैं सब कुछ हैं मगर झूट नहीं हैं  दुनिया मैं सब कुछ हैं लेकिन सुकून नहीं  हैं इंसान मैं सब कुछ हैं मगर सब्र नहीं हैं

गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया!

गम ने हसने न दिया , ज़माने ने रोने न दिया!  इस उलझन ने चैन से जीने न दिया!  थक के जब सितारों से पनाह ली!  नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!

काश फिर वो मिलने कि वजह मिल जाएँ

काश फिर वो मिलने कि वजह मिल जाएँ … साथ वो बिताया , वो पल मिल जाये  चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें  क्या पता खाव्बों मैं गुजरा हुआ कल मिल जाएँ

आसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगें

जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगें …. आसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगें ….  ये मत पूछना किस-किस ने धोखा दिया ….  वर्ना कुछ अपनों के चेहरे उतर जायेंगें

लम्हों की खुली किताब हैं ज़िन्दगी

लम्हों की खुली किताब हैं ज़िन्दगी ….  ख्यालों और सांसों का हिसाब हैं ज़िन्दगी ….  कुछ ज़रूरतें पूरी , कुछ ख्वाहिशें अधूरी …..  इन्ही सवालों के जवाब हैं ज़िन्दगी  

रुकते नहीं हैं मेरी आँखों से आंसू;

कलम चलती है तो दिल की आवाज लिखता हूँ ;  गम और जुदाई के अंदाज़-ए-बयां लिखता हूँ ;  रुकते नहीं हैं मेरी आँखों से आंसू ;  मैं जब भी उसकी याद में अल्फाज़ लिखता हूँ।

तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया

तेरी आँखों में हमे जाने क्या नज़र आया!  तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया!  अब हमने चाँद को देखना छोड़ दिया!  और तेरी तस्वीर को दिल में छुपा लिया!

बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से!

जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती!  मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती!  बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से!  उनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती!

न दर्द दिल का किसी को सुना सके

न वो आ सके न हम कभी जा सके!  न दर्द दिल का किसी को सुना सके!  बस बैठे है यादों में उनकी!  न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके!

सभी लोग महफ़िल मैं बुलाये नहीं जाते

सभी नगमे साज़ मैं गाये नहीं जाते … सभी लोग महफ़िल मैं बुलाये नहीं जाते …  कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते …  कुछ दूर रह कर भी भुलाये नहीं जाते …

देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे,

सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे ,  देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे ,  पर जब जब सामने आया उनका चेहरा ,  सोचा एस बार देखले , अगली बार भूल जाएँगे ……

ख्‍बाबों ने सपनों में आना छोड दिया

“ हंसी ने लबों पर थ्रिकराना छोड दिया  ख्‍बाबों ने सपनों में आना छोड दिया  नहीं आती अब तो हिचकीया भी शायद  आपने भी याद करना छोड ’ दिया 

“ओस की बूंदे है, आंख में नमी है,

“ ओस की बूंदे है ,  आंख में नमी है ,  ना उपर आसमां है ना नीचे जमीन है  ये कैसा मोड है जिन्‍दगी का  जो लोग खास है उन्‍की की कमी हैं  ”  

आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये

आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये ..  तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये  कई बार पुकारा इस दिल मैं तुम्हें  और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये

सब जानते है मैं नशा नही करता,

मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती  मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती  सब जानते है मैं नशा नही करता ,  मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती!

पी के रात को हम उनको भुलाने लगे

पी के रात को हम उनको भुलाने लगे !  शराब मे ग़म को मिलाने लगे !!  ये शराब भी बेवफा निकली यारो !!!  नशे मे तो वो और भी याद आने लगे !!!!

बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे

बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे शमशान में पिया करूंगा ,  जब खुदा मांगेगा हिसाब तो पैग बना के दिया करूंगा.        

और दिल में बसा है तेरा प्यार;

आँखों में बसी है प्यारी सूरत तेरी ;  और दिल में बसा है तेरा प्यार ;  चाहे तू कबूल करे या ना करे ;  हमें रहेगा तेरा इंतज़ार!

दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा;

कब उनकी पलकों से इज़हार होगा ;  दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा ;  गुज़र रही है रात उनकी याद में ;  कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा!

नज़र चाहती है दीदार करना;

नज़र चाहती है दीदार करना ;  दिल चाहता है प्यार करना ; क्या बतायें इस दिल का आलम ;  नसीब में लिखा है इंतजार करना।

मर गए हम मगर खुलो रही आँखें;

ज़ख्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें ;  हम खुद निशान बन गए वार क्या करें ;  मर गए हम मगर खुलो रही आँखें ;  अब इससे ज्यादा इंतज़ार क्या करें!

यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा;

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा ;  यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा ;  मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में ;  कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा!

उस खुदा को मैने आपमें देखा है

मजा तो हमने इंतजार में देखा है ,  चाहत का असर प्यार में देखा है ,  लोग ढूंढ़ते हैं जिसे मंदिर मस्जिद में ,  उस खुदा को मैने आपमें देखा है

शायद नज़रों से वो बात हो जाए;

होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का ;  शायद नज़रों से वो बात हो जाए ;  इस उम्मीद से करते हैं इंतज़ार रात का ;  कि शायद सपनों में ही मुलाक़ात हो जाए!

उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद;

एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है ;  इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है ;  उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद ;  फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है!

मैंने कहा अब मोहब्बत बाकी है;

उसने कहा अब किसका इंतज़ार है ;  मैंने कहा अब मोहब्बत बाकी है ;  उसने कहा तू तो कब का गुजर चूका है  ‘ मसरूर ’; मैंने कहा अब भी मेरा हौसला बाकी है!

जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!

कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!  जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!  तेरे चेहरे की उदासी बता रही है!  मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!

तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है

तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है  तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है  तू एक नज़र हम को देख ले इस आस मे  कब से बेकरार बैठे है