तू कहीं भी रहे सर पर तेरे इलजाम तो है


तू कहीं भी रहे सर पर तेरे इलजाम तो है
तेरे होंठों की लकीरों पे मेरा नाम तो है
मुझको अपना बना या ना बना
तू मेरे नाम से बदनाम तो है।

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यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,