रूठना मत मुझे मनाना नहीं आता
रूठना
मत मुझे मनाना नहीं आता
दूर मत जाना मुझे बुलाना नहीं आता
तुम भूल जाओ तुम्हारी मर्ज़ी
मगर मैं क्या करूं,
मुझे तो भूल जाना भी नहीं आता...
दूर मत जाना मुझे बुलाना नहीं आता
तुम भूल जाओ तुम्हारी मर्ज़ी
मगर मैं क्या करूं,
मुझे तो भूल जाना भी नहीं आता...
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंThanks
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएं