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अक्तूबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

एक मुद्दत से मेरे हाल से बेगाना है,

एक मुद्दत से मेरे हाल से बेगाना है, जाने ज़ालिम ने किस बात का बुरा माना है, मैं जो ज़िद्दी हूँ तो वो भी कुछ कम नहीं, मेरे कहने पर कहाँ उसने चले आना है..!!

याद तेरी आती है क्यो.यू तड़पाती है क्यो?

याद तेरी आती है क्यो.यू तड़पाती है क्यो? दूर हे जब जाना था.. फिर रूलाती है क्यो? दर्द हुआ है ऐसे, जले पे नमक जैसे. खुद को भी जानता नही, तुझे भूलाऊ कैसे?

शहर का लडका गाव की लडकी पटाता है.

शहर का लडका गाव की लडकी पटाता है. लडका: तुमको whatsapp चलाना आता है? लडकी: नहीं, पर तुम चलाना में पीछे बैठ जाउंगी..!!

देख कर उसको अक्सर हमे एहसास होता है,

देख कर उसको अक्सर हमे एहसास होता है, कभी कभी गम देने वाला भी बहुत ख़ास होता है, ये और बात है वो हर पल नही होता हमारे पास, मगर उसका दिया गम अक्सर हमारे पास होता है…!

हमने भी कभी प्यार किया था,

हमने भी कभी प्यार किया था, थोड़ा नही बेशुमार किया था, दिल टूट कर रह गया, जब उसने कहा, अरे मैने तो मज़ाक किया था…

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है, खामोशियो की आदत हो गयी है, न सीकवा रहा न शिकायत किसी से, अगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाइयों से हो गई है..!

दिल की वादी से ख़िज़ाओं का अजब रिश्ता है,

दिल की वादी से ख़िज़ाओं का अजब रिश्ता है, फूल ताज़ा तेरी यादों के कहाँ तक रक्खूँ !! ख़ामोश रास्तों पे नई दास्ताँ लिखूँ, तन्हा चलूँ सफ़र में मगर कारवाँ लिखूँ !! ऊँचाईयों की नब्ज़ पे रख के मैं उंगलियाँ, तेरी हथेलियों पे कई आस्माँ लिखूँ..!!

न वफा का जिकर होगा,

न वफा का जिकर होगा, न वफा कि बात होगी, अब मोहब्बत जिससे भी होगी, . . . गेहूँ काटने के बाद होगी..!!

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला ……

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला …… हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला ………….. लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से …… और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला

गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती,

गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती, तो बस मैं होता..तुम होती..और सारी रात बरसात होती !!

तुमने कहा था आँख भर के

तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो मुझे, अब आँख भर आती है, पर तुम नज़र नही आते...

में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना

में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना आता जाता रहे यहाँ इतना समझा देना ! में उसके गम में शरीक हूँ पर मेरा गम न उसे बता देना, जिन्दगी कागज की किश्ती सही, शक में न बहा देना !

दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है,

दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है, भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है, यु तो वादा किया है किसीसे मुस्कुराने का वरना आँखों में समंदर हम भी रखते है

बुद्धु हैं वो लोग जो पल्लू से बाँध कर रखते हैं आशा;

बुद्धु हैं वो लोग जो पल्लू से बाँध कर रखते हैं आशा; मुझ पर यक़ीन रखिए मैं हूँ आपकी प्यारी सी निराशा

चल पडी है कश्तीयां समंदर, दूर है किनारा

चल पडी है कश्तीयां समंदर, दूर है किनारा इन मौजों से पूछ लेना क्या हाल है हमारा ? अब हवाऐं करेंगी रोशनी का फ़ैसला, जिस दिये में जान होगी, वो दिया रह जायेगा ॥

दिल की बात दिल में ना रहे ॥

दिल की बात दिल में ना रहे ॥ आखों के ख्वाब, आखों में ना रहें ॥ दिल की बात इस लिये कह दी आप को ॥ के, गलती से आप, किसी और के दिल में ना रहे ॥

दोस्त ने दोस्त को, दोस्त के लिए रुला दिया,

दोस्त ने दोस्त को, दोस्त के लिए रुला दिया, क्या हुआ जो किसी के लिए उसने हमें भुला दिया, हम तो वैसे भी अकेले थे अच्छा हुआ जो उसने हमे एहसास तो दिला दिया.

वे मेरी खिड़की की सिल पर आने लगे हैं

वे मेरी खिड़की की सिल पर आने लगे हैं मेरी मुहब्बत के गीत गुनगुनाने लगे हैं हाय ओ रब्बा अब मैं क्या करूँ? जी तो चाहे उनके संग नाच करूँ ।

आए ज़िंदगी में….

तुम आए ज़िंदगी मे कहानी बन कर, तुम आए ज़िंदगी मे रात की चाँदनी बन कर, बसा लेते है जिन्हे हम आँखो मे, वो अक्सर निकल जाते है आँखो से पानी बन कर

अच्छे खासों को पगला देती है मोहब्बत

अच्छे खासों को पगला देती है मोहब्बत वरना सभी लोग तो समझदार ही होते हैं। दिल जान लुटाकर भी बहक जाते हैं पर किसी और के लिए तिल भी नहीं खोते हैं।

सर्द रात की स्याही ज़रा छँटने लगी है

सर्द रात की स्याही ज़रा छँटने लगी है मेरे कमरे की खिड़की अब खुलने लगी है कल तक चाँद सितारे मुझे पास बुलाते थे आसमान में नाच नाचकर टिमटिमाते थे

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं  एक हल्की सी मेरे लब ने हँसी माँगी हैं  सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करूँ  अपनी आँखों में बसा कर कोई इक़रार करू  जी में आता हैं के जी भर के तुझे प्यार करू...

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं  एक हल्की सी मेरे लब ने हँसी माँगी हैं  सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करूँ  अपनी आँखों में बसा कर कोई इक़रार करू  जी में आता हैं के जी भर के तुझे प्यार करू...

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं  एक हल्की सी मेरे लब ने हँसी माँगी हैं  सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करूँ  अपनी आँखों में बसा कर कोई इक़रार करू  जी में आता हैं के जी भर के तुझे प्यार करू...

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं एक हल्की सी मेरे लब ने हँसी माँगी हैं सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करूँ अपनी आँखों में बसा कर कोई इक़रार करू जी में आता हैं के जी भर के तुझे प्यार करू...

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं

मैने कब तुझसे ज़माने की खुशी माँगी हैं एक हल्की सी मेरे लब ने हँसी माँगी हैं सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करूँ अपनी आँखों में बसा कर कोई इक़रार करू जी में आता हैं के जी भर के तुझे प्यार करू...

खुशबू की तरह मेरी हर साँस में;

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खुशबू की तरह मेरी हर साँस में; प्यार अपना बसाने का वादा करो; रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं; मेरे दिल में सजाने का वादा करो।

ए पलक तु बन्‍द हो जा,

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ए पलक तु बन्‍द हो जा, ख्‍बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी, इन्‍तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी, कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी|

अगर मै हद से गुज़र जाऊ तो मुझे माफ़ करना,

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अगर मै हद से गुज़र जाऊ तो मुझे माफ़ करना, तेरे दिल में उत्तर जाऊ तो मुझे माफ़ करना, रात में तुझे देख के तेरे दीदार के खातिर, पल भर जो ठहर जाऊ तो मुझे माफ़ करना!!!!

चल पडी है कश्तीयां समंदर, दूर है किनारा

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चल पडी है कश्तीयां समंदर, दूर है किनारा इन मौजों से पूछ लेना क्या हाल है हमारा ? अब हवाऐं करेंगी रोशनी का फ़ैसला, जिस दिये में जान होगी, वो दिया रह जायेगा ॥

वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी…

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वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी… मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी… उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना… वो नादान है यारो… अपना हाथ जला लेगी.

एक मुद्दत से मेरे हाल से बेगाना है,

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एक मुद्दत से मेरे हाल से बेगाना है, जाने ज़ालिम ने किस बात का बुरा माना है, मैं जो ज़िद्दी हूँ तो वो भी कुछ कम नहीं, मेरे कहने पर कहाँ उसने चले आना है..!!

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला ……

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मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला …… हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला ………….. लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से …… और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला

हर शख्स मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बताता है…

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हर शख्स मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बताता है… उन्हें कैसे समझाऊ, कि, एक “ख्वाब”अधूरा है मेरा, वरना, जीना तो मुझे भी आता है…

इक शहंशाह के हसीन ख्वाब की ताबीर देखी है आपनें !

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इक शहंशाह के हसीन ख्वाब की ताबीर देखी है आपनें ! इस मे पेश आये हादसों के मंज़र नही देखें !! युं तो छोडे है कई दिवानों नें ताज मोहब्बत के वास्ते!! मोहब्बत किसी ताज़ की मोहताज़ नही होती !!

जी भर क देखू तुझे अगर गवारा हो .

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जी भर क देखू तुझे अगर गवारा हो . बेताब मेरी नज़रे हो और चेहरा तुम्हारा हो . जान की फिकर हो न जमाने की परवाह . एक तेरा प्यार हो जो बस तुमारा हो!

किसी को ये सोचकर साथ मत छोड़ना

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किसी को ये सोचकर साथ मत छोड़ना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हे देने के लिए बस ये सोचकर साथ निभाने की उसके पास कुछ नहीं है तुम्हारे सिवा खोने के लिए

सूरज, चाँद, तारों से कह दो

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सूरज, चाँद, तारों से कह दो मेरे लिए चमकना छोड़ दें; क्योंकि अंधेरों ने मुझे अपने जाल में क़ैद कर रखा है।

तुमने कहा था आँख भर के

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तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो मुझे, अब आँख भर आती है, पर तुम नज़र नही आते...

शहर का लडका गाव की लडकी पटाता है.

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शहर का लडका गाव की लडकी पटाता है. लडका: तुमको whatsapp चलाना आता है? लडकी: नहीं, पर तुम चलाना में पीछे बैठ जाउंगी..!!

तूने हसीन से हसीन चेहरों को

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तूने हसीन से हसीन चेहरों को उदास किया है- ए इश्क...!! अगर तु इन्सान होता तो तेरा कातिल मै होता

कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको,

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कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको, बिन मतलब जो आए तो क्या बात है, कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा, कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है..!!

पेड़ बरगद का महान होता है,

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पेड़ बरगद का महान होता है, दुनिया के लिए वरदान होता है। देखिए उसका दूसरा पहलू भी, नई पौध के लिए शमशान होता है।

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला ……

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मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला …… हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला ………….. लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से …… और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला

चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है,

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चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है, खबर ये आसमाँ के अखबार की है, मैं चलूँ तो मेरे संग कारवाँ चले, बात गुरूर की नहीं, ऐतबार की है...!!

फरेबी भी हू, जिद्दी भी हू

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फरेबी भी हू, जिद्दी भी हू और पत्थर दिल भी हू मासूमियत खो दी है मैंने वफा करते करते

बहुत खूबसूरत हो तुम;

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बहुत खूबसूरत हो तुम; खुद को दुनिया की बुरी नज़रों से बचाया करो; सिर्फ आँखों में काजल ही काफी नहीं; गले में नींबू, मिर्च और चप्पल भी लटकाया करो।

bahut dino se apne doston ko

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दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया,

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दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया, लोगों ने हमसे पूछा कि तुम्हें क्या हो गया, बेकरार आँखों से सिर्फ हँस के हम रह गए, ये भी ना कह सके कि हमें इश्क़ हो गया...

शोक नही रहा अब हमे इश्क मोहबब्त का…

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शोक नही रहा अब हमे इश्क मोहबब्त का… वरना आज भी गाँव की गौरी पनघट पे और शहर की छोरी ट्यूशन पे हमाँरा इन्तजार करती है

मेरी लड़खड़ाहट तुम,

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मेरी लड़खड़ाहट तुम , मुझ तक ही रहने दो..!!   जो बात होश की कर दी , तो बेहोश हो जाओगे..!!

खुशबू की तरह मेरी हर साँस में;

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खुशबू की तरह मेरी हर साँस में; प्यार अपना बसाने का वादा करो; रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं; मेरे दिल में सजाने का वादा करो।

आँखों में चाहत दिल में कशिश है;

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आँखों में चाहत दिल में कशिश है; फिर क्यों ना जाने मुलाकात में बंदिश है; मोहब्बत है हम दोनों को एक-दूसरे से; फिर भी दिलों में ना जाने यह रंजिश क्यों है।

कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,

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कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको, चलो ऐसा करो भूला दो मुझको, तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको.

जीना तो मुझे भी आता है

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हर शख्स मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बताता है… कैसे समझाऊ, कि, एक “ख्वाब”अधूरा है मेरा, वरना, जीना तो मुझे भी आता है…

हमसे दूर जाओगे कैसे,

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हमसे दूर जाओगे कैसे, दिल से हम में भुलाओगे कैसे …  हम वो खुश्बू है जो सासों में बस्तें है, खुद की सासों को रोक पाओगे कैसे

Mehfil Kabhi Udaas Nahi Hoti

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Mehfil Kabhi Udaas Nahi Hoti Pyaar ki Manzil Itni Pass Nahi Hoti Hota hai kabhi kabhi Aisa bhi Zindagi mein Mil Jaate hain wo bhi Jinki Kabhi Talaash Nahi Hoti

अब तक तो मुझे तेरा सुराग न मिला

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अब तक तो मुझे तेरा सुराग न मिला तुझे खोजने में खुद से ही अंजान बन गए लंबी उमर थी लेकिन तेरे ही इश्क में दुनिया में दो घड़ी के मेहमान बन गए

वादा” किया था, आज रात उन्होंने मेरे

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वादा” किया था, आज रात उन्होंने मेरे “ख्वाबों” में आने का, मेरी “बदकिस्मती” तो देखिये, “ख़ुशी” के मारे नींद ही नहीं आ रही..!!

कहते है की जब कोई किसी को बहुत याद करता है

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कहते है की जब कोई किसी को बहुत याद करता है तो तारा टूट के गिरता है…!!. एक दिन सारा आसमान खाली हो जायेगा और इल्ज़ाम हमारे सर आयेगा…