मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था

मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था ..
वो इतना हे दूर चला गया जितना वो करीब था ..
हम उसको देखने क लिए तरसते रहे …
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था

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यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,