(अच्छा दोस्तों- शुभ रात्रि).

रात को चुपके से आता है एक "फरिश्ता", 
कुछ खुशियों के सपने लाता है "फरिश्ता".
कहता है- सपनों के आगोश में खो जाओ,
भूल के सारे गम चुपके से आ जाओ..!!! (अच्छा दोस्तों- शुभ रात्रि).

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यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,