मेरे दामन को खुशियों का नही म़लाल,,
मेरे दामन को खुशियों का नही म़लाल,,
गम का खज़ाना जो इसको बेशुमार मिला है,,
वो बदनसीब हैं जिन्हें महबूब मिल गये,,
मैं खुशनसीब हूँ ,मुझे इंतज़ार मिला है।।।।
गम का खज़ाना जो इसको बेशुमार मिला है,,
वो बदनसीब हैं जिन्हें महबूब मिल गये,,
मैं खुशनसीब हूँ ,मुझे इंतज़ार मिला है।।।।
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