चाँद की जुदाई में आसमान भी रोता हैं !

चाँद की जुदाई में आसमान भी रोता हैं !
उसकी झलक पाने को हर सितारा तरसता हैं !!
बादल का दर्द भी देखो जानेमन !
चाँद की याद में वो भी बरसता हैं!!.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,