रात - दिन रुलाता हैं इंतज़ार तेरा !

रात - दिन रुलाता हैं इंतज़ार तेरा !
कभी कम न हो प्यार तेरा....!!
अब तो आजाओ की बहुत उदास हैं दिल!
सांसो की तरह लाज़मी हैं दीदार तेरा !!

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,