आजकल की लडकियों को देखते हूए


आजकल की लडकियों को देखते हूए गालिब ने अर्ज किया है -
चेहरा तेरा खास नही, हड्डियों पे तेरे मांस नही
Propose तुझे क्या खाक करुं, तेरी तो 14 Feb तक जीने की आस नही

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यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,