यूँ तो हम दिल मे किसी को बसाते नहीं,
यूँ तो हम दिल मे किसी को बसाते नहीं,
बसा लें तो फ़िर भुलाते नहीं,
ये हमारी ही बदक़िस्मती है की वो हमें,
समझ के भी समझ पाते नहीं
बसा लें तो फ़िर भुलाते नहीं,
ये हमारी ही बदक़िस्मती है की वो हमें,
समझ के भी समझ पाते नहीं
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