अपने होठो पर सजा कर तुझे,

अपने होठो पर सजा कर तुझे,
हम तेरे ही गीत गाना चाहते है,
 जल कर बुझ जाना हमारी किस्मत सही,
बस एक बार रोशन होना चाहते है|

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,