लहरों से समंदर की गहराई नहीं मिलती !

लहरों से समंदर की गहराई नहीं मिलती !
पंख होने से आकाश की उचाई नहीं मिलती !!
यूँ तो कट जाता हैं वक्त उलझनों में !
पर आप की यादों से ही कभी रिहाई नहीं मिलती !!.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,