न रुकी वक़्त की गर्दिश

न रुकी वक़्त की गर्दिश
और
न ज़माना बदला......!!
पेड़ सूखा तो परिन्दों
ने ठिकाना बदला......!!

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यह ज़रूरी नही हर सक्ष्स मशीहा ही हो,