
संदेश
सितंबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
Wo Muhabbat Bhi Aap ki Thi...!!!
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
Wo Muhabbat Bhi Aap ki Thi...!!! Wo Shararat Bhi Aap ki Thi. Agar Kuch Bewafai Thi...!!! To Wo Bewafai Bhi Aap ki Thi. Hum Chhod Gaye Aap Ka Shehar...!!! To Wo Hidayat Bhi Aap ki Thi. Akhir Karte To Kis Se Karte...!!! Hum Aap Ki Shikayat. Wo Shehar Bhi Aap ka Tha...!!! Aur Wo Adaalat Bhi Aap Ki Thi...!
आशियाने पे मेरे अब उसने आना छोड़ दिया
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
आशियाने पे मेरे अब उसने आना छोड़ दिया हमने भी आशियाने को सजाना छोड़ दिया … जाने ऐसी क्या खता हो गयी थी हमसे … की उसने हमे देखकर मुस्कुराना छोड़ दिया … प्यार उसकी आँखों में जब देखना चाहा हमने उस बेदर्द ने नजरे मिलाना छोड़ दिया…. मेरे दिल के टुकड़े करके कहती रही वो की उसने गैरों से मिलना -मिलाना छोड़ दिया …. रोना तो बहुत चाह उससे बिछडने के बाद पर आंसुओं ने भी आँखों में आना छोड़ दिया सो गए इस उम्मीद से की ख्वाबों में मिलेंगे उनसे पर भूल गए की उन्होंने सपनो में भी आना छोड़ दिया …. यूँ तो तनहा नहीं मैं उसके बिना पर किसी गैर को अब मैंने अपनाना छोड़ दिया कोई अरमान नहीं बचा इस टूटे दिल में मेरे के अपनी कहानी हर किसी को सुनाना छोड़ दिया
कहाँ मुमकिन था मैं दिल से उसकी यादें मिटा देता
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
कहाँ मुमकिन था मैं दिल से उसकी यादें मिटा देता भला कैसे में जीता फिर अगर उसको भुला देता, उसकी रुसवाइयों के डर से “लबों” को सी लिया वरना उसके शहर ऐ नामुराद की मैं बुनियादें हिला देता, जो न हुयी उससे वफ़ा होगी कोई उस की मजबूरी, जिसे बरसों “दुआ” दी थी उसे क्या बद्दुआ देता, ”खबर” होती अगर मुझ को नहीं है वो मुक़द्दर में, उसी लम्हे मैं “हाथों” की लकीरों को मिटा देता
जब कोई रिश्ता अचानक छूट जाता है,
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
जब कोई रिश्ता अचानक छूट जाता है, ज़िंदगी का हर हसीन लम्हा जैसे रूठ जाता है, चाहे उसके प्यार में वफ़ा की जगह ना हो, फ़िर भी ये नाज़ुक सा दिल पल में टूट जाता है, चाहत हो जाए किसी की नाक़ाम, ख़ुशी का हर पल हाथों से फ़िसल जाता है, फ़िर किसी से दिल लगाने का ख़्वाब, इन आँखों से भी निकल जाता है, चाहे कितनी भी नफ़रत हो उसके लिए, उसे देख ये दिल पिघल जाता है, गर हो जाए तुम्हारी चाहत की सबको ख़बर, तुम्हें चाहने वाला हर दिल बदल जाता है
Yeh kaisa chahat ka silsila hai ∆ Usse na koi shikayat na koi gila hai... ∆ Zindagi kis mod par ley aai hai hume ∆ Na usko khone ki himmat hai Or Na pane ka hausla hai.
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता किस्मतवालों को ही मिलता है पनाह कीसी के dil में यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर अंधेरों में तुम तो mil जाते हो, साया नहीं मिलता इस बेवफ़ा zindagi से शायद मुझे इतनी मोहब्बत ना होती अगर इस ज़िंदगी में दोस्त कोई तुम जैसा नहीं मिलता
Hum To Nadaan The, Tumhe Dekhne Se Parhez Na Kar Sake...
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप