आपको पाकर अब खोना नही चाहते,
आपको पाकर अब खोना नही चाहते,
इतना खुश हो कर अब रोना नही चाहते,
ये आलम है हमारा आपकी जुदाई में के ,
आंखों में नींद है मगर सोना नही चाहते ।
इतना खुश हो कर अब रोना नही चाहते,
ये आलम है हमारा आपकी जुदाई में के ,
आंखों में नींद है मगर सोना नही चाहते ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें