एक फूल काफ़ी है कबर पर चढाने को,

एक फूल काफ़ी है कबर पर चढाने को, 
हजारों फूल कम है डोली सजाने को,
हजारों खुशियाँ कम है एक ग़म भुलाने को ,

 और एक गम काफ़ी है , जिंदगी भर रुलाने को ।

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