कोई मेरे कब्र से मिटटी चुरा रहा है
कोई मेरे कब्र से मिटटी चुरा रहा है,
मरने के बा भी कोई बहुत याद आ रहा है ,
ए खुदा एक पल के लिए साँस देदे,
कोई मेरी कब्र से निराश होके जा रहा है ।
मरने के बा भी कोई बहुत याद आ रहा है ,
ए खुदा एक पल के लिए साँस देदे,
कोई मेरी कब्र से निराश होके जा रहा है ।
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