तेरी दोस्ती तेरी वफ़ा ही काफ़ी है,
तेरी दोस्ती तेरी वफ़ा ही काफ़ी है,
तमाम उमर ये आसरा ही काफ़ी है,
जहाँ कही भी मिलो, मिलके मुस्करा देना,
मेरे जीने के लिए तेरी ये अदा ही काफ़ी है
तमाम उमर ये आसरा ही काफ़ी है,
जहाँ कही भी मिलो, मिलके मुस्करा देना,
मेरे जीने के लिए तेरी ये अदा ही काफ़ी है
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