सबके चाहने से कोई बात नही होती
सबके चाहने से कोई बात नही होती,
थोड़े से अंधेरे से रात नही होती
जो ज़िन्दगी में सबसे ज़्यादा पसंद है,
क्या करे उसी से रोज़ मुलाकात नही होती
थोड़े से अंधेरे से रात नही होती
जो ज़िन्दगी में सबसे ज़्यादा पसंद है,
क्या करे उसी से रोज़ मुलाकात नही होती
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